जिसके साथ अल्लाह हो, उसे कोई अफ़सोस नहीं । Ertugrul Ghazi
कहाँ गए वो साथ जीने, मरने के वादे तेरे | कसमें प्यार भरी तेरी , जान देने के इरादे तेरे |
कोशिश करो कोई आपसे ना रूठे, जिंदगी में अपनों का साथ ना छूटे, दोस्ती कोई भी हो उसे ऐसा निभाओ, कि उस दोस्ती की डोर जिंदगी भर ना टूटे।
दूर होते हुए भी पास रहना तुम कितनी भी हो मुस्किले साथ रहना |
'दूर होते हुए भी पास रहना तुम कितनी भी हो मुस्किले साथ रहना |'